फैजाबाद में समाजवादी विकास
योजनायें
मुख्यमंत्री द्वारा 1200 लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र, चेक एवं सहायता भी वितरित की गई थी । इसके अंतर्गतलाभार्थियों को लोहिया आवास आवंटन पत्र, समाजवादी पेंशन योजना परिचय पत्र, छात्राओं को कन्या विद्या धन, छात्र-छात्राओं को लैपटॉप सहित अग्नि काण्ड के 35 पीडि़तों को 50-50 हजार रूपये की आर्थिक सहायता, 150 दिव्यांगों को ट्राई साइकिल व अन्य सहायक उपकरण तथा 200 साइकिलों का वितरण किया गया था ।
समाजवादी सरकार द्वारा निम्नलिखित परियोजनाएं जनपद में पूर्ण कराने का काम किया था-
v फैजाबाद के ग्राम सोनवा में कामाख्या भवानी मंदिर के पास ओरियर मवई घाट पर गोमती नदी पर निर्मित किए गए सेतु का लोकार्पण
v सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, सोनवा,
v राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज, सोनवा
v विकास खण्ड मिल्कीपुर में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सराय धनेठी
v 154 करोड़ रुपये लागत की 84 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 88 करोड़ लागत की 41 परियोजनाओं का शिलान्यास
v राजकुमारी महाविद्यालय, मिल्कीपुर सराय धनेठी, अजरौली,
समाजवादी सरकार द्वारा बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए बड़े पैमाने पर सरकारी भर्ती कराई जा रही थी । कौशल विकास मिशन के माध्यम से लोगों को कुशल बनाकर उन्हें रोजगार के लिए तैयार किया गया था । सरकार द्वारा गरीबों को ई-रिक्शा उपलब्ध कराए गए ताकि उनके स्वरोजगार की व्यवस्था हो सके । समाजवादी सरकार के विशिष्ट प्रयास के तहत कामधेनु योजना के माध्यम से प्रदेश के दुग्ध उत्पादन में काफी वृद्धि होने के चलते अमूल से प्रदेश में अपना प्लाण्ट स्थापित कराया ।
समाजवादी सरकार के आधुनिक सोच के स्वामी श्री अखिलेश यादव ने डिजिटल इण्डिया के महत्व को बहुत पहले ही पहचान लिया था। इसके तहत छात्र-छात्राओं को 18 लाख निःशुल्क लैपटॉप दिए गए थे । राज्य सरकार किसानों को हर प्रकार की सहायता उपलब्ध कराई गई है। फसल नष्ट होने पर उन्हें आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई गई है। साथ ही, उन्हें मुफ्त सिंचाई की सुविधा तथा खाद व बीज प्रचुर मात्रा में उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उनकी फसल का वाजिब दाम भी सुनिश्चित कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कई क्षेत्रों में मण्डियों की स्थापना की गई है। उन्होंने कहा कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के किनारे मण्डियों की स्थापना की जा रही है, किसानों को इस एक्सप्रेस-वे का पूरा लाभ मिले थे ।
सेतु की लम्बाई 179.30 मीटर है और इसके निर्माण पर लगभग 10.56 करोड़ रुपये खर्च हुए थे । इस सेतु के बन जाने के बाद जनपद फैजाबाद व अमेठी अब एक-दूसरे से जुड़ गए हैं और इन दोनों जनपदों के बीच की दूरी 70 कि.मी. से घटकर 10 कि.मी. पर आ गई है । इस सेतु के निर्माण से इन दोनों जनपदों के लोगों को बहुत सहूलियत हुई है ।