Akhilesh Yadav increased the honorarium of village employment servants by Rs 3,630. 6,000 to Rs. !
तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश
यादव अखिलेश यादव ने ग्राम रोजगार सेवकों के मानदेय को 3,630 रुपए से बढ़ाकर 6,000
रुपए प्रतिमाह करने का काम किया था । साथ ही ग्राम रोजगार सेवकों की अन्य मांगों पर भी सहानुभूतिपूर्वक विचार करके
उनका समाधान किया था । फैसले के यथाशीघ्र अनुपालन के लिए सम्बंधित अधिकारियों को
निर्देशित भी कर दिया गया था । समय-समय पर तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, सहायिकाओं, आशा
बहुओं, ग्राम रोजगार सेवकों आदि के प्रतिनिधिमण्डल अपनी
मांगों को लेकर मिलते थे । मुख्यमंत्री ने इन संविदाकर्मियों की विभिन्न मांगों के
सम्बन्ध में विचार करने हेतु एक आयोग/कमेटी के गठन का निर्देश भी दिया था, इन संविदाकर्मियों की मांगों के सभी पहलुओं का परीक्षण कर डेढ़ माह में प्राप्त
संस्तुतियां को यथा समय लागु किया गया था ।
तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री
अखिलेश यादव से उ.प्र. आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिका संघ के प्रतिनिधिमण्डल हमेशा भेंट करते थे । तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने
प्रतिनिधिमण्डल से वार्ता के दौरान कहा था कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, सहायिकाओं, आशा बहुओं, ग्राम
रोजगार सेवकों और चैकीदारों आदि के नियमितीकरण के सम्बन्ध में विचार करने हेतु एक
आयोग का गठन किया गया है, जो मामले के सभी पहलुओं का परीक्षण कर अपनी रिपोर्ट
प्रस्तुत करेगा।
श्री अखिलेश यादव ने कहा था कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं
सहायिकाओं का मानदेय बढ़ाए जाने के सम्बन्ध में राज्य सरकार सहानुभूतिपूर्वक विचार
करेगी तथा इस मुद्दे को समाजवादी पार्टी के चुनाव घोषणा पत्र में भी शामिल किया
जाएगा।
प्रतिनिधिमण्डल में उ.प्र. आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिका संघ की
प्रदेश अध्यक्ष सुश्री किरन वर्मा तथा महामंत्री श्री कमलेश यादव सहित अन्य
पदाधिकारी व सदस्य मौजूद थे ।