चौधरी रामशरण दास सेन्टर ऑफ़ एक्सीलेंस, सहारनपुर!
उत्तर प्रदेश के तत्कालीन
विजनरी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे स्व. रामशरण दास को सम्मान देने के अंतर्गत उनके नाम पर ‘औद्योनिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केन्द्र’ सहारनपुर को
चौधरी रामशरण दास सेन्टर ऑफ़ एक्सीलेंस के रूप में विकसित करने का कार्य कराया था. इस सेन्टर में औद्यानिक फसलों के लिए आधुनिक शोध, प्रशिक्षण,
उत्पादन एवं विपणन आदि की उच्चस्तरीय व्यवस्था की गयी थी, जिसके लिए समाजवादी सरकार ने अपने संसाधनों से धनराशि की व्यवस्था कराई थी. राज्य सरकार के इस कदम से सहारनपुर एवं उसके आस-पास के जनपदों के किसानों
एवं फल उत्पादकों को लाभ हो सके और उन्हें
आवश्यकता के अनुरूप उत्पाद प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके. इससे जहां किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होना था, वहीं रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे ।
समाजवादी पार्टी में गुर्जर बिरादरी का सम्मान और हिस्सेदारी
समाजवादी
पार्टी ने गुर्जर बिरादरी को पार्टी संगठन और सरकार में हिस्सेदारी देकर हमेशा सम्मान
दिया है. चाहे सपा का दौर हो या बसपा एक वक़्त था. जब पश्चिम में गुर्जर राजनीति
का बोलबाला था. सपा सरकार में गुर्जर बिरादरी के नेता मंत्री, एमएलसी, राज्यसभा सांसद, विधायक, ज़िला
पंचायत अध्यक्ष बनाये गए.
अखिलेश
सरकार में तो गुर्जर नेताओं को बहुत सम्मान मिला. गौतम बुद्ध नगर से नरेंद्र सिंह
भाटी को पहले दर्जा प्राप्त कैबिनेट मंत्री बनाया और उसके बाद एमएलसी बनाने का काम
किया गया. बसपा से सपा में आये सुरेन्द्र सिंह नागर को पार्टी का राष्ट्रीय
महासचिव के साथ-साथ राज्य सभा सांसद बनाने का काम किया गया, जो बीजेपी में शामिल
हो चुके हैं. । गौतमबुद्ध नगर में रविंद्र भाटी (लडपुरा) को ज़िला पंचायत अध्यक्ष
बनाने का काम किया गया तो सपा का ज़िलाध्यक्ष फ़क़ीर चंद नागर को बनाया गया था.
गौतम बुद्ध नगर जिले की तीनों विधानसभाओं के प्रत्याशी गुर्जर समाज से बनाये गए
थे. 2012 विधान सभा चुनाव में दादरी से राजकुमार भाटी को समाजवादी पार्टी ने चुनाव
लड़ाने का काम किया था. प्रखर वक्ता राजकुमार भाटी को समाजवादी ने अपना प्रवक्ता
बनाने का काम किया है. ज़ेवर से नरेंद्र नागर को पार्टी ने अधिकृत प्रत्याशी बनाया
तो वही नोएडा से टिकट सुनील चौधरी को दिया. वर्तमान में समाजवादी पार्टी के जिला
अध्यक्ष इन्दर प्रधान और महासचिव जगवीर नम्बरदार गुर्जर बिरादरी से आते हैं, सभी
प्रकोष्ठों में समाजवादी पार्टी ने गुर्जरों को हिस्सेदारी देने का काम किया है.
अगर इसके बाद भी कोई कहे कि गुर्जर समाज को उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिला तो कोई
क्या कह सकता है.
पश्चिमी
उत्तर प्रदेश के जनपदों में यथा बुलंदशहर में ज़िलाध्यक्ष दिनेश गुर्जर को बनाया
गया. मेरठ सरधना में अतुल प्रधान को विधान सभा का टिकट और उसके बाद प्रदेश अध्यक्ष
समाजवादी छात्र सभा बनाया गया था. उनकी पत्नी सीमा प्रधान को मेरठ का ज़िला पंचायत
अध्यक्ष सपा ने बनाया. मुजफ़्फ़रनगर, सहारनपुर, शामली, कैराना आदि
जनपदों में कई गुर्जर नेताओं को दर्जा प्राप्त मंत्री और निगमों व आयोगों का
चेयरमैन सपा ने बनाने का काम किया गया था. सहारनपुर में पहले ज़िलाध्यक्ष सपा के
संस्थापक प्रदेश अध्यक्ष स्व. रामशरण दास के बेटे को बनाया उसके बाद रुद्दसैन को
बनाया। वीरेंद्र सिंह चौधरी को पहले दर्जा प्राप्त मंत्री बनाया, उसके बाद उनको एमएलसी बनाया फिर उनके बेटे मनीष चौहान को सहारनपुर का
ज़िला पंचायत अध्यक्ष बनाने का काम किया गया था.