अखिलेश
यादव ने बढाया आंगनबाड़ी-आशा वर्कर का मानदेय
उत्तर प्रदेश के तत्कालीन
विजनरी मुख्यमंत्री अखिलेश
यादव ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के मानदेय में 800/- रुपये प्रतिमाह, और मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के मानदेय में 750/- रुपये प्रतिमाह तथा आंगनबाड़ी सहायिकाओं के मानदेय में 400/- रुपये प्रतिमाह की वृद्धि करने का निर्णय लिया था । मानदेय में उपरोक्त
बढ़ोत्तरी समाजवादी सरकार द्वारा वहन की जाती थी । यह बढ़ोत्तरी 1 अक्टूबर, 2016 से प्रभावी हुई थी । इस वृद्धि के
फलस्वरूप आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का मानदेय रु. 3200/- से
बढ़कर रु. 4000/- प्रतिमाह, मिनी
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का मानदेय रु. 2250/- से बढ़कर रु.
3000/- प्रतिमाह और आंगनबाड़ी सहायिकाओं का मानदेय रु. 1600/-
से बढ़कर रु. 2000/- प्रतिमाह हो गया था । इस
मानदेय की वृद्धि से लगभग 1,54,000 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों,
और 20,000 मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों तथा 1,54,000
आंगनबाड़ी सहायिकाओं को लाभ हुआ था ।
मानदेय को बढाने के सन्दर्भ
में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के विभिन्न संघों के प्रतिनिधिमण्डल ने अपनी समस्याओं
के विषय में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अवगत कराया गया था । तत्कालीन मुख्यमंत्री
अखिलेश यादव ने प्राथमिकता से उनकी मानदेय में वृद्धि सहित अन्य समस्याओं को सहानुभूतिपूर्वक
विचार करते हुए उनके मानदेय में वृद्धि करने का निर्णय लिया था । इसके कारण अपना
अमूल्य योगदान देने वाली आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों तथा
आंगनबाड़ी सहायिकाओं को बहुत लाभ प्राप्त हुआ था । उत्तर प्रदेश में इस तरह की वृद्धि
करने वाले संवेदनशील मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रहें हैं।