उत्तर प्रदेश के तत्कालीन विजनरी मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने
ललितपुर में स्थापित हो रहे (3 गुणा 660 मेगावाट) थर्मल पावर प्लाण्ट की 660
मेगावाट क्षमता की एक इकाई को पावर ग्रिड से जोड़कर प्रदेश, खासतौर पर बुन्देलखण्ड के लोगों को इस पावर प्लाण्ट के विद्युत उत्पादन से
ऊर्जा व्यवस्था में सुधार करने का काम कराया गया था । इससे आज बुन्देलखण्ड का
विकास भी हुआ और वहां आज लोगों को प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के मौके
भी मिल रहे हैं ।
तत्कालीन
विजनरी मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने बजाज ग्रुप की ललितपुर परियोजना के
अंतर्गत विद्युत उत्पादन शुरु हो जाने को ऊर्जा के क्षेत्र में एक उपलब्धि बताते
हुए कहा था कि यह इकाई सुपर क्रिटिकल टेक्नोलॉजी पर
आधारित प्रदेश की पहली इकाई है । उन्होंने कहा था कि सुपर क्रिटिकल टेक्नोलॉजी विश्व की आधुनिकतम तकनीक है । उन्होंने कहा था कि इस परियोजना से
उपभोक्ताओं को कम लागत में बेहतर विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी और लोगों
को विद्युत संकट से निजात मिलेगी । उन्होंने कहा था कि ललितपुर परियोजना द्वारा
उत्पादित शत-प्रतिशत बिजली रेगुलेटेड टैरिफ के आधार पर मिलेगी ।
मुख्यमंत्री
ने ललितपुर थर्मल पावर प्लाण्ट की प्रगति की समीक्षा करते हुए पाया था कि इस पावर
प्लाण्ट की स्थापना में विलम्ब हो रहा है । तो मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम
में ललितपुर पावर जनरेशन कम्पनी लिमिटेड के चेयरमैन श्री कुशाग्र बजाज ने उन्हें
इस परियोजना की 660 मेगावाट की एक इकाई के शीघ्र
ही प्रारम्भ किए जाने का आश्वासन दिया था । ललितपुर थर्मल पावर प्लाण्ट प्रदेश की
सबसे अधिक मेगावाट क्षमता की परियोजना है, जिसे एमओयू
के माध्यम से स्थापित किया गया था । 120 मेगावाट
क्षमता की एक अन्य इकाई हरदुआगंज में आरम्भ कर दी गई थी ।