इलाहाबाद स्थित त्रिवेणी संगम पर घाट का निर्माण
उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री अखिलेश
यादव ने इलाहाबाद स्थित त्रिवेणी संगम पर एक घाट के निर्माण कार्य कराया था । इस
घाट के पहले चरण की लम्बाई लगभग 700 मीटर थी । इस घाट
के निर्माण में आम जनमानस को अपने पूर्वजों एवं दिवंगत परिजनों की स्मृति में
आर्थिक सहयोग प्रदान करने की सुविधा भी दी गयी थी ।
समाजवादी सरकार की नेपाल में भूकम्प सहायता कार्यक्रम!
समाजवादी
पार्टी की सरकार के विजनरी मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने सरकार के पीडि़त
सहायता कोष का उपयोग नेपाल में आये भूकम्प से पीडि़तों की सहायता हेतु करने तथा
इसी प्रयोजन के लिए पूर्व में प्रदान की गई सहायता का वहन भी कोष से किए जाने का
निर्णय लिया था. ताकि अपने पड़ोसी भाई के साथ संकट के समय खड़े होकर आपदा से पार
पाया जा सके । यह निर्णय नेपाल राष्ट्र की सीमा, उत्तर
प्रदेश से लगी होने और नेपाल में भूकम्प के कारण जन-धन तथा सम्पत्ति की अपार हानि
के मद्देनजर लिया गया था ।
तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के निर्देशों के क्रम में नेपाल में
भूकम्प पीडि़तों हेतु निःशुल्क राहत सामग्री से भरी 21 ट्रकों को भेजा गया!
समाजवादी पार्टी की सरकार के विजनरी
मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के निर्देशों के क्रम में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा
नेपाल में भूकम्प पीडि़तों हेतु निःशुल्क राहत सामग्री से भरी 21 ट्रकों
को राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी ने रवाना करके आपदा से ग्रस्त
पडोसी देश नेपाल की सहायता करने का काम किया गया था। इन ट्रकों में से 10-10
ट्रकों में पानी की बोतलें तथा बिस्किट व एक ट्रक में दवाइयां शामिल
थी । आवश्यकतानुसार
राज्य सरकार नेपाल को और अधिक मदद उपलब्ध कराने को प्रतिबद्ध थी । समाजवादी पार्टी
की सरकार के विजनरी मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव की पहल पर के.जी.एम.यू. से 30
सदस्यीय चिकित्सा दल भी नेपाल के लिए भेजा गया, जिसमें 22 चिकित्सक तथा 8 तकनीशियन
शामिल थे । नेपाल सरकार द्वारा बसों एवं ट्रकों को उपलब्ध कराने की अपेक्षा भी की
गई थी । संवेदनशील तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने इस क्रम में बसों और
ट्रकों को उपलब्ध कराया था ।
समाजवादी पार्टी की सरकार के विजनरी
मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने प्रदेश में बार-बार भूकम्प के झटके महसूस किए
जाने कारण बच्चों को भयादोहन तथा किसी आकस्मिक दुर्घटना से बचाने के लिए माध्यमिक
स्तर तक के सभी विद्यालयों को दो दिनों (दिनांक 27 व 28
अप्रैल, 2015) के लिए बंद करने के निर्देश भी
दिए थे.
भूकम्प
के कारण पड़ोसी देश नेपाल में हुई भारी जन-धन की क्षति के मद्देनजर उत्तर प्रदेश
के समाजवादी पार्टी की सरकार के विजनरी मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा था कि
आपदा और संकट की इस घड़ी में उत्तर प्रदेश की राज्य सरकार तथा जनता नेपाल के साथ
है । आगे भी नेपाल के भूकम्प पीडि़तों के सहायतार्थ हर सम्भव मदद की जाएगी ।
तत्कालीन
मुख्यमंत्री ने राज्य स्तर पर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव राजस्व,
सचिव एवं राहत आयुक्त तथा संबंधित अधिकारियों द्वारा भूकम्प की
स्थिति तथा इस संबंध में किए जा रहे राहत कार्यों की निरन्तर समीक्षा एवं अनुश्रवण
किए जाने के निर्देश दिए थे । इन निर्देशों के क्रम में अधिकारियों द्वारा राहत कार्यों
की निरन्तर समीक्षा एवं अनुश्रवण किया गया था । सचिव एवं राहत आयुक्त द्वारा भी
सभी मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों से दूरभाष पर वार्ता कर आवश्यक निर्देश दिए
गए थे ।
समाजवादी
पार्टी की सरकार के विजनरी मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव द्वारा भूकम्प से मृत्यु
की दशा में 07 लाख रुपए, गम्भीर
रूप से घायल व्यक्ति जिन्हें एक सप्ताह से अधिक के हॉस्पिटलाइजेशन की आवश्यकता थी,
उन्हें 20-20 हजार रुपए तथा सामान्य रूप से घायलों के हॉस्पिटलाइजेशन
पर 4 हजार 300 सौ रुपए प्रति व्यक्ति
दिए जाने के निर्देश दिए गए थे । भूकम्प के दृष्टिगत प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों
को 24 घण्टे संचालित कंट्रोल रूम स्थापित करने के भी निर्देश
दिए गए थे । साथ ही, प्रदेश के समस्त चिकित्सालय, अग्निशमन, पुलिस, राजस्व व
अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को हाई एलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं,
ताकि आवश्यकता पड़ने पर तुरन्त आवश्यक कार्यवाही की जा सके।
राज्य
स्तर पर उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण पिकप भवन, गोमती
नगर में 24 घण्टे कन्ट्रोल रूम को सक्रिय कर दिया गया था। इस
कंट्रोल रूम का फोन नं0-0522-4915703 तथा फैक्स नं0-0522-4915723 है।
इसके बाद उत्तर प्रदेश के
मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के निर्देश पर आज यहां नेपाल के भूकम्प पीडि़तों के
लिए 28 और ट्रकों में राहत एवं बचाव सामग्री को भेजा गया था। इसके
तहत 16 ट्रकों में पीने का पानी, 7 में
बिस्किट, 4 में मैगी एवं दूध तथा 1 ट्रक
में रस्क के पैकेट भेजे गए थे । नेपाल में फंसे लोगों को बाहर निकालने एवं बचाव
राहत कार्य में मदद पहुंचाने के लिए राज्य से 100 बसें भी नेपाल भेजी गयी थी ।
नेपाल एवं गोरखपुर के बीच बस सेवा को नियमित करके आपदा को झेलने में सहायता दी गयी
थी । इसके साथ ही प्रदेश से 45 चिकित्सक भी भरतपुर मेडिकल कॉलेज,
नेपाल पहुंच कर अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं ।
भूकम्प
पीडि़तों के लिए जनपद गोरखपुर, लखीमपुर खीरी तथा
महाराजगंज में राहत शिविर स्थापित किए गए थे, जहां भूकम्प
पीडि़तों को चिकित्सा सहित सभी सुविधाएं मुहैया कराई गयी । समाजवादी सरकार ने
राज्य में रहने वाले नेपाली मूल के ऐसे व्यक्तियों को, जो
भूकम्पग्रस्त नेपाल के विभिन्न क्षेत्रों में राहत सामग्री बांटना चाहते हैं,
उन्हें वाहन व अन्य संसाधन राज्य सरकार की तरफ से उपलब्ध कराने का
निर्णय लिया गया था । इसके साथ ही यह सुविधा प्रदेश के उन नागरिकों को भी मुहैया
कराई जाएगी, जो नेपाल में राहत सामग्री बांटना चाहते थे।
राहत कार्यों में अपना योगदान देने वाले ऐसे इच्छुक व्यक्ति उत्तर प्रदेश राज्य
आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के कण्ट्रोल रूम में स्थापित फोन नम्बर 0522-4915703 तथा फैक्स नम्बर 0522-4915723 पर सम्पर्क कर सकते थे ।