नोएडा : एनएमआरसी
सिटी बस सेवा-
समाजवादी सरकार के समय नोएडा-ग्रेटर
नोएडा के लोगों के लिए एनएमआरसी की सिटी बस सेवा शुरू की गई थी । पहले चरण में छह
रूटों पर पचास लो फ्लोर एसी बसों का संचालन शुरू किया गया था । हालांकि शहर में
कुल 27 मार्गों पर 392 बसों का संचालन किया जाना था । नोएडा क्षेत्र में सिटी बस
सेवा का संचालन बॉटेनिक गार्डन से शुरू हुआ । यहां से चयनित छह रूटों में चार
रूटों की बसों का संचालन किया था । इन्हें बेहतर कनेक्टिविटी के लिए मेट्रो को
सिटी बसों से जोड़ा गया है । साथ ही प्रस्तावित मेट्रो स्टेशनों पर सिटी बस सर्विस
के लिए एक लेन बनाने का प्रस्ताव भी किया गया था । इस बस सेवा के संचालन का
प्रबंधन यूपीएसआरटीसी को सौपा गया था । इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम
(आईटीएमएस) के तहत स्मार्ट यात्रा को इस बस सेवा में लागू किया गया था । जिसके तहत
यात्रियों के लिए 24 घंटे हेल्प लाइन व्यवस्था की गई थी। यात्रियों की सुविधा के
प्रत्येक बस स्टाप पर फ्लैग पोल लगाए गए थे । भविष्य में नोएडा व ग्रेटर-नोएडा
प्राधिकरण द्वारा बस शेल्टर बनाए जाने का प्रस्ताव दिया गया था ।
अर्बन इंस्टीट्यूट ऑफ मास ट्रांसपोर्ट
(यूआईएमटी) ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा का सर्वे कर 27 रूट बनाए । नोएडा और ग्रेटर
नोएडा शहर के अंदर, नोएडा और ग्रेटर
नोएडा के बीच में और प्रत्येक मेट्रो स्टेशन के आसपास सहित कुल चार फीडर रूट बनाए
गए । सर्वे के बाद बताया कि नोएडा की जितनी आबादी है और जितने अनुपात में बढ़ रही
है उस लिहाज से यहां कम से कम 392 बसों का संचालन किया जाना चाहिए । यह देश की
सबसे अच्छी बस का संचालन होगा । इसके लिए हेल्पलाइन और व्हाट्स ऐप ग्रुप भी बनाया
गया है ।
जीपीएस और सीसीटीवी से लैस हैं बसें
बसों में जीपीएस प्रणाली लगाई गई है ।
जिससे बसों पर सतत निगाह रखी जा सकेगी । बसों में दो सीसीटीवी कैमरों के अलावा एक
बैक कैमरा भी लगाया गया है। इसके आपरेशन के लिए चालक सीट के सामने एलईडी स्क्रीन
लगाई गई है । बसों में टिकट के लिए स्वैप मशीन की व्यवस्था की गई है । खास बात यह
है कि यदि बसों के दरवाजे खुले हैं तो बसों को आपरेट नहीं किया जा सकता ।
दिव्यांगों के लिए बसों में व्हील चेयर रैंप बनाया गया था ।
पांच सेकंड में रिकार्डिंग पहुंचेगी पुलिस कंट्रोल रूम
सिटी बसों में दो विशेष सुविधा है । इन
बसों में एक पैनिक बटन दिया गया है । चालक के बटन दबाते ही बस के सीसीटीवी कैमरे
की रिकार्डिंग पांच सेकेंड में पुलिस कंट्रोल रूम व एनएमआरसी के मुख्यालय में बने
नियंत्रण कक्ष से जुड़ जाएगी । यह रिकार्डिंग एचडी स्तर की होगी । जिसे जूम इन व
जूम आउट कर आसानी से देखा जा सकेगा । इसके अलावा सभी सीटों के नीचे एक बटन दिया
गया है । स्टाप आने पर मुसाफिरों को कंडक्टर व चालक के पास नहीं जाना पड़ेगा । बटन
दबाते ही चालक को पता चल जाएगा कि मुसाफिर को यहां उतरना है । दरअसल,
यह सुविधा डीटीसी व देश में संचालित होने वाली किसी लो फ्लोर बसों
में नही है । यदि बस को हाइजेक करने की कोशिश महिलाओं या किसी भी मुसाफिर के साथ
मारपीट या लूटपाट की घटना होती है तो यह पैनिक बटन काफी अहम रोल निभाएगा । बटन का
पूरा कंट्रोल चालक के हाथों में होगा । इसे बस में ऐसी जगह लगाया गया है जिसे बस
चालक या फिर परिचालक ही जानते हैं । जिसे दबाते ही बस में लगे दो सीसीटीवी कैमरों
की रिकार्डिंग पुलिस कंट्रोल रूम से जुड़ जाएगी । कंट्रोल रूम में इस रिकार्डिंग
की फुटेज भी निकाली जा सकती है । वहीं बस में लगे जीपीएस सिस्टम से बस की सही
लोकेशन पता की जा सकती है ।
एनएमआरसी के रूट
बस नंबर बस रूट
एम1(+) सेक्टर-15, नोएडा
प्राधिकरण, सेक्टर-54 पुलिस चौकी, स्पाइस मॉल, सेक्टर-16 (मेट्रो स्टेशन) व
सेक्टर-15 मेट्रो स्टेशन,
एम1
(-)सेक्टर-15, सेक्टर-10, सेक्टर-54 पुलिस चौकी, स्पाईस मॉल व सेक्टर-15
301ए
(+) बोटेनिक गार्डन, सेक्टर-18, सेक्टर-15, सेक्टर-6, सेक्टर-55,
खोड़ा, सेक्टर-62 व सेक्टर-63
301ए
(-)सेक्टर-63, सेक्टर-62, खोड़ा कालोनी, सेक्टर-55, सेक्टर-5,
सेक्टर-16 व बोटेनिक गार्डन
303बी
(+) बोटेनिक गार्डन,
निठारी विलेज, केसर अपार्टमेंट, सेक्टर-101, सेक्टर-71, मामूरा
चौक, सेक्टर-62 व सेक्टर-63
303बी
(-)सेक्टर-63, सेक्टर-62, ममूरा चौक, सेक्टर-71, सेक्टर-101,
केसर अर्पाटमेंट, सेक्टर-39, वेव सिटी सेंटर, निठारी विलेज व बोटेनिक गार्डन
201
(+) शारदा यूनिवर्सिटी,
गामा-सेकंड, कासना विलेज, गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी, एडब्ल्यूएचओ व शारदा
यूनिवर्सिटी
201
(-) शारदा यूनिवर्सिटी,
एडब्यूएचओ, गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी, कासना विलेज, गामा- सेकंड व शारदा यूनिवर्सिटी
104बी
(+) सेक्टर-12,22 , ज़ंगेल, डीएससी रोड, एजली चौक, शारदा
यूनिवर्सिटी, एडब्ल्यूएचओ व कासना विलेज
104बी
(-) कासना विलेज, एडब्ल्यूएचओ,
शारदा यूनिवर्सिटी, एलजी चौक, डीएससी रोड, ज़ंगेल , सेक्टर-12,22
103बी(+)
बोटेनिक गार्डन, जीआईपी, एमिटी,
जेपी , सेक्टर-135, सेक्टर-153
मेट्रो, परिचौक, ग्रेटरनोएडा प्राधिकरण
103बी
(-) ग्रेटरनोएडा प्राधिकरण,
परिचौक, सेक्टर-153 मेट्रो, एमिटी, सेक्टर-44, बोटेनिक
गार्डन