नोएडा-ग्रेटर नोएडा सहित आसपास का इलाका देश का सर्वोत्तम औद्योगिक क्षेत्र है । यहां अवस्थापना सुविधाएं अन्य औद्योगिक क्षेत्रों से बेहतर हैं । समाजवादी सरकार की तमाम विकास योजनाओं को देखकर लगता हैं कि समाजवादी नेतृत्वकर्ता श्री अखिलेश यादव ने पूरे प्रदेश का इसी प्रकार का विकास करने के लिए गम्भीरता से प्रयास किया था । नए सिटी बसाने से शहरों का विस्तार तेजी से हो रहा था । समाजवादी सरकार शहरी इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए भी प्रतिबद्ध रही है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा तथा यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण क्षेत्र देश की राजधानी दिल्ली के बेहद करीब हैं, जिसके कारण इनका महत्व और भी बढ़ जाता है। इन इलाकों में हो रहे औद्योगिक विकास और पूंजी निवेश का लाभ पूरे प्रदेश को मिलता है। इसलिए इन्हें 24/7 ग्लोबल सिटी के तौर पर विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गेटर नोएडा का महत्व इसलिए और बढ़ गया है क्योंकि ईस्टर्न और वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर से जुड़ने वाला यह देश का इकलौता शहर होगा।
राज्य में संसाधनों एवं बाजार की उपलब्धता के आधार पर ‘मेक इन यू.पी.’ पर बल देते हुए श्री यादव ने कहा कि ‘मेक इन इण्डिया’ अभियान को सफल बनाने के लिए प्रदेश का ध्यान रखा जाना जरूरी है। इस अभियान के लिए उत्तर प्रदेश सभी संसाधन उपलब्ध कराने में सक्षम है । राज्य में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी को प्रदेश की राजधानी से जोड़ने के लिए आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का निर्माण प्रगति पर है । उन्होंने अवस्थापना विकास निधि के लिए और अधिक धनराशि की व्यवस्था करने पर बल दिया ।
समाजवादी सरकार के नेतृत्व में नोएडा क्षेत्र
में कराये काम के अंतर्गत निम्नलिखित परियोजनाएं थी-
v नोएडा में साईकिल ट्रैक,
v शिल्प हाट एवं बुनकर भवन
v लोहिया पारिस्थितिकीय संरक्षण वन परियोजना, ग्रेटर नोएडा
v सेक्टर-30 में सुपर स्पेशियलिटी बाल चिकित्सालय एवं पोस्ट ग्रेजुएट संस्थान,
v सेक्टर-62 में 500 छात्राओं हेतु हॉस्टल,
v सिंचाई नाले पर 6 पुल,
v नोएडा के मुख्य मार्गों पर 10 फुट ओवर ब्रिज,
v सेक्टर-94 से सेक्टर-168 ए तक सड़क मार्ग,
v सेक्टर-44 में एन0एम0आर0सी0 भवन,
v सेक्टर-137, 153 तथा 46 में 33/11 के0वी0 के विद्युत उपसंस्थान
v नोएडा-ग्रेटर नोएडा गौतमबुद्ध एक्सप्रेस-वे पर हाईवे ट्रैफिक मैनेजमेण्ट सिस्टम
v सेक्टर-38 ए में मल्टी लेवल कार पार्किंग व व्यवसायिक केन्द्र,
v मास्टर प्लान मार्ग संख्या-2 पर एलीवेटेड रोड,
v कालिन्दी कुंज के पास यमुना नदी पर एकत्रित पुल,
v सेक्टर-105 में वृद्धाश्रम, अनाथालय एवं दादा-दादी पार्क,
v समाजवादी आवास योजना के तहत सेक्टर-117,118 एवं 122 में 2000 आवास,
v नोएडा स्टेडियम में 4000 दर्शक दीर्घा का इण्डोर स्टेडियम, शूटिंग रेंज,
v सेक्टर-33 ए में शिल्प हाट व बुनकर भवन,
v नोएडा के सेक्टर-71 व 135 में 2 नये थाना भवन,
v सेक्टर-96 में प्राधिकरण का मुख्य प्रशासनिक भवन,
v एम0पी0-1 मार्ग पर एलीवेटेड सड़क,
v बॉटनिकल गार्डेन स्टेशन से सेक्टर-18 तक एलीवेटेड कॉरिडोर,
v गंगा पेयजल परियोजना के तहत 37.50 क्यूसेक गंगा जल की आपूर्ति,
v सेक्टर-45, 38 ए, 63, 67 तथा 113 में विद्युत उपकेन्द्र,
v सेक्टर-94 में कमाण्ड कण्ट्रोल सेण्टर,
v सेक्टर-82 में सिटी बस टर्मिनल,
v सेक्टर-108 में ट्रैफिक पार्क,
v सेक्टर-91 में औषधि पार्क,
v मुख्य मार्गों पर साईकिल ट्रैक,
v सेक्टर-150 में शहीद भगत सिंह पार्क
v सेक्टर-150 और 152 के बीच मार्ग एम.पी.-2 मार्ग पर नवनिर्मित 06-लेन एलिवेटिड रोड (लागत 415 करोड़ रुपए),
v एन.एच.-24 पर सेक्टर-62 व 63 के तिराहे पर 06-लेन नवनिर्मित अण्डरपास (लागत 133.85 करोड़ रुपए),
v सेक्टर-21ए में 25 हजार दर्शक क्षमता का नवनिर्मित अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम (लागत 126 करोड़ रुपए)
v सेक्टर-32, 35, 39 व 51 के चैराहों पर नवनिर्मित अण्डरपास (लागत 65 करोड़ रुपए),
v नोएडा क्षेत्र में 35 किलोमीटर लम्बाई के नवनिर्मित साइकिल ट्रैक (लागत 28.53 करोड़ रुपए),
v सेक्टर-95 में नवनिर्मित भूमिगत कार पार्किंग (लागत 37.68 करोड़ रुपए), ग्राम होशियारपुर सेक्टर-51 में नवनिर्मित बालिका इण्टर कॉलेज (लागत 12.29 करोड़ रुपए),
v शहदरा ड्रेन पर फिल्म सिटी एवं डीएलएफ मॉल के मध्य नवनिर्मित पुल (लागत 7.25 करोड़ रुपए),
v सेक्टर-71 व 135 में नये थाना भवनों का निर्माण (लागत 6 करोड़ रुपए), सेक्टर-34 में नवनिर्मित नारी निकेतन (लागत 5.84 करोड़ रुपए)
v सेक्टर 117, 118 व 122 में समाजवादी आवास योजना के तहत 1250 भवनों का (लागत 110 करोड़ रुपए)
v सेक्टर-148 व 150 में एलीवेटेड रोटरी इंटरचेंज (अनुमानित लागत 140 करोड़ रुपए) तथा सेक्टर-71, नोएडा से नॉलेज पार्क-5, ग्रेटर नोएडा तक नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो रेल लाइन (अनुमानित लागत 2668.16 करोड़ रुपए) शामिल थे।
v एम.पी.-2 मार्ग पर 6-लेन एलीवेटेड रोड,
v एन.एच.-24 पर सेक्टर-62 व 63 के तिराहे पर 6-लेन अण्डरपास, सेक्टर-21ए में 25 हजार दर्शक क्षमता का अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, सेक्टर-32, 35, 39 व 51 के चैराहों पर नवनिर्मित अण्डरपास,
v नोएडा क्षेत्र में 35 किमी लम्बाई के नवनिर्मित साइकिल ट्रैक,
v सेक्टर-95 में नवनिर्मित भूमिगत कार पार्किंग,
v ग्राम होशियारपुर सेक्टर-51 में नवनिर्मित बालिका इण्टर कालेज,
v शाहदरा ड्रेन पर फिल्म सिटी एवं डीएलएफ माल के मध्य नवनिर्मित पुल,
v सेक्टर-71 व 135 में नए थाना भवनों का निर्माण,
v सेक्टर-34 में नवनिर्मित नारी निकेतन,
v समाजवादी आवास योजना के तहत सेक्टर 117, 118 व 112 में 1250 भवनों का भी निर्माण,
v नोएडा-ग्रेटर नोएडा ए.सी. बस सेवा का शुभारम्भ,
ग्रेटर नोएडा
क्षेत्र में कराये गए काम-
v 137 एमएलडी सीवेज शोधन संयत्र,
v गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में ऑडीटोरियम, इण्डोर स्टेडियम, 500 किलोवाट का रूफ टॉप सोलर पावर प्लाण्ट,
v चिकित्सा विश्वविद्यालय से सम्बद्ध चिकित्सालय में 500 किलोवाट का रूफटॉप सोलर पावर प्लाण्ट,
v गौतमबुद्धनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का कार्यालय भवन,
v गौतमबुद्ध बालक इण्टर कॉलेज में ऑडीटोरियम,
v सावित्री बाई फुले बालिका इण्टर कॉलेज में ऑडीटोरियम तथा 1 मेगावाट का ग्रिड कनेक्टेड सोलर पावर प्लाण्ट
v लोहिया इन्क्लेव आवासीय योजना,
v गंगा जल परियोजना,
v 35 एमएलडी सीवेज शोधन संयत्र (एसटीपी),
v पुलिस थाना नॉलेज पार्क-1,
v सेक्टर ईकोटैक-1 एक्सटेंशन में एकीकृत पुलिस थाना एवं फायर स्टेशन,
v सेक्टर नॉलेज पार्क-3 में ग्रेटर नोएडा पुलिस थाना,
v सेक्टर ईकोटैक-3 में एकीकृत पुलिस थाना व फायर स्टेशन
v लोहिया पारिस्थितिकीय संरक्षण वन,
v ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यालय के प्रशासनिक भवन (लागत 325 करोड़ रुपए),
v शहीद विजय सिंह पथिक क्रीड़ा संकुल (लागत 117.60 करोड़ रुपए)
v सभी वर्गों के वहन करने योग्य 1950 भवनों (लागत 113.41 करोड़ रुपए)
v ग्रेटर नोएडा में निर्मित साइकिल ट्रैक (लागत 12.50 करोड़ रुपए)
यमुना
एक्सप्रेस-वे क्षेत्र में कराये गए विकास परियोजना-
v यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण के 04 मंजिले समाजवादी
अफोर्डेबल भवनों (लागत 284 करोड़ रुपए)
v साइकिल ट्रैक (लागत 8 करोड़ रुपए)
v समाजवादी आवास योजना के तहत 1955 भवनों का निर्माण,
v सभी वर्गों के लिए 2 बीएचके के 768 भवन,
v सेक्टर-18, 24 तथा 22 डी में विद्युत उपकेन्द्र,
v सेक्टर-32 में आईटीआई,
v यमुना एक्सप्रेस-वे तथा बाजना-नौहझील रोड के बीच प्रवेश और निकास रैम्प
v प्राधिकरण क्षेत्र में साईकिल ट्रैक निर्माण
अर्ली बर्ड परियोजना-
एनसीआर क्षेत्र में कराए गए कार्यों में दिल्ली-मुम्बई इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर परियोजना के तहत ग्रेटर नोएडा में 300 हेक्टेयर क्षेत्र को अर्ली बर्ड परियोजना के तौर पर विकसित करने का काम कराया गया था, जिसमें लगभग 33,000 करोड़ रुपए का निवेश एवं 5,000 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार निर्माण कार्य हुआ था ।
इलेक्ट्रॉनिक मैनुफैक्चरिंग
क्लस्टर-
समाजवादी पार्टी की अखिलेश सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए 100-100 एकड़ भूमि पर ग्रेटर नोएडा तथा यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण में इलेक्ट्रॉनिक्स मैनुफैक्चरिंग क्लस्टर डेवलप कराने का काम कराया गया था । तीनों प्राधिकरणों में इण्टेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेण्ट सिस्टम स्थापित किया गया था । सॉफ्टवेर निर्यात में इस क्षेत्र का महत्वपूर्ण योगदान रहा है ।
समाजवादी पार्क
पर्यावरण के लिए विशिष्ट कार्य कराने वाली समाजवादी
सरकार ने लखनऊ नगर में आबादी के बीच डा. राम मनोहर लोहिया पार्क तथा जनेश्वर मिश्र
पार्क का निर्माण समाजवादी सरकारों द्वारा कराया गया था, उसी तर्ज पर नोएडा/ग्रेटर नोएडा में ढाई
हजार एकड़ में समाजवादी पार्क बनाये जाने का प्रस्ताव किया गया था । यह पार्क
हरा-भरा होने के साथ ही एशिया का सबसे बड़ा पार्क बनाया जाना था । समाजवादी सरकार
ने राज्य में कई विश्वस्तरीय परियोजनाओं का शिलान्यास कराकर उन्हें निर्धारित समय
से पहले पूरा कराते हुए जनता को लोकार्पित किया, जिसका लाभ अब
उत्तर प्रदेश की जनता को मिल रहा है ।
समाजवादी हमेशा महापुरूषों एवं स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान
के लिए काम करती रही है । डा. मनोहर लोहिया पार्क,
जनेश्वर मिश्र पार्क एवं जय प्रकाश नारायण अन्तर्राष्ट्रीय केन्द्र के
समान ही नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा में भी स्थानीय स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान
में प्राधिकरण आवश्यक कदम उठाने की बात की थी। इसके तहत विजयसिंह पथिक स्टेडियम और
मिहिर भोज सिटी पार्क का नामकरण किया गया था ।
नोएडा
शहर में ‘वन सिटी वन टिकट’ व्यवस्था-
उत्तर
प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने लखनऊ एवं नोएडा शहर में ‘वन सिटी वन टिकट’ की
व्यवस्था की घोषणा की थी । इस योजना के तहत यात्री एक ही टिकट क्रय करने के बाद
मेट्रो रेल, सिटी बस व अन्य परिवहन सुविधाओं का लाभ प्राप्त
कर सकते हैं । मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने एलएमआरसी, परिवहन
तथा नगर विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित कराने
हेतु निर्देशित भी किया था ।