उत्तर प्रदेश के तत्कालीन विजनरी मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने जालौन जिले के तेजी से विकास के लिए 105 विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 36 परियोजनाओं का शिलान्यास कराया था, बुन्देलखण्ड क्षेत्र का विकास समाजवादी सरकार की प्राथमिकताओं में रहा था । बुन्देलखण्ड के समस्त जनपदों को 24 घण्टे विद्युत आपूर्ति करने के निर्देश दिए ।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 640 छात्राओं को कन्या विद्या धन योजना के तहत 1.92 करोड़ रुपए के चेक, कृषक दुर्घटना बीमा योजना के अन्तर्गत 1.75 करोड़ रुपए के चेक, अन्त्येष्टि अनुदान के अन्तर्गत 1.75 लाख के चेक, 84 बच्चों को उपस्कर उपकरण, 100 महिलाओं को समाजवादी पेंशन, 22 विकलांगजन को उपकरण, 50 लाभार्थियों को लोहिया आवास स्वीकृति पत्र, 260 श्रमिकों को साइकिल तथा 34 लाभार्थियों को आवास आवंटन चाभी प्रदान की। उन्होंने मुख्यमंत्री विवेकाधीन राहत कोष से एक लाभार्थी श्रीमती प्रीति सोनी को 02 लाख रुपए का चेक भी प्रदान किया ।
उत्तर प्रदेश के तत्कालीन विजनरी मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने जालौन में लोकार्पण एवं शिलान्यास के उपरान्त कहा था कि जालौन के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है । सोलर पावर प्लाण्ट के लोकार्पण से इस क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति में सुधार होगा और किसानों को सिंचाई के लिए सुविधा होगी । बेतवा नदी पर डैम बनाने का कार्य कराकर यहां किसानों एवं बुन्देलखण्ड के पानी की समस्या का समाधान हो किया गया था ।
बुन्देलखण्ड में सूखे की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी भी स्थिति में इस क्षेत्र में बिजली और पानी की कमी न आने दी जाए । अधिकारी बुन्देलखण्ड के लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए हर सम्भव कदम उठाएं । बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लिए पैसे की कमी नहीं होने दी जाएगी । सूखे से निपटने के लिए लोगों को मदद देने हेतु सभी जरूरी कदम उठाए गए थे । समाजवादी सरकार ने ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को जितनी मदद दी थी, उतनी किसी सरकार ने नहीं दी थी । नेताजी ने समाजवादी पार्टी की अपनी सरकार के दौरान किसानों की बहुत मद्द की थी ।
बुन्देलखण्ड में बिजली के क्षेत्र में काफी काम किया गया था । कालपी में स्थापित सोलर पावर प्लाण्ट से यहां के लोगों को काफी सुविधा मिली । इस जिले के ग्रामीण इलाकों में उचित बिजली उपलब्ध कराने में यह पावर प्लान्ट मददगार साबित हो रहा है ।
समाजवादी सरकार बुन्देलखण्ड का तेजी से विकास करने का काम कर रही थी । किसानों तथा नौजवानों के विकास के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं संचालित की जा रही थी । जालौन में आधुनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई गयी थी । इस क्षेत्र में बागवानी के लिए योजना बनाकर बागवानी किसानों को प्रति एकड़ के हिसाब से आर्थिक सहायता देने की योजना पर काम किया जा रहा था । समाजवादी पार्टी की सरकार ने दलहन, तिलहन को बढ़ावा देने का काम किया था । तिलहनी फसलों के लिए किसानों को सब्सिडी भी दी जा रही थी ।
समाजवादी सरकार ने जिले में सड़क, बिजली एवं अवस्थापना सुविधाओं के विस्तार के लिए काफी काम किया था । विद्युत उत्पादन के लिए एक मजबूत ढांचा तैयार किया गया । पुराने ट्रांसफार्मर तथा तार बदले गए थे ताकि बिजली में आने वाले फॉल्ट दूर किये जा सके । बड़े पैमाने पर सब स्टेशन तथा विद्युत संयंत्रों का निर्माण कराये गए थे । बिजली के क्षेत्र में जितना काम उत्तर प्रदेश में हुआ है, उतना किसी अन्य राज्य में नहीं हुआ था । समाजवादी सरकार ने इस क्षेत्र में डैम, पुल तथा अन्य निर्माण कार्यों को समय से पूरा कराकर इस क्षेत्र के पिछड़ेपन को दूर करने का भरसक प्रयास किये थे और बुन्देलखण्ड को अपने विकास की प्राथमिकता में रखा था ।
समाजवादी सरकार गांवों तथा शहरों पर बराबर ध्यान दे रही थी । केन्द्र सरकार के योजना आयोग के स्थान पर नए बने नीति आयोग में परिवर्तन के चलते उत्तर प्रदेश को काफी घाटा हुआ था ।
बुन्देलखण्ड क्षेत्र में पानी की काफी कमी है । यहाँ सिंचाई के संसाधनों की बहुत जरूरत है । समाजवादी सरकार ने जालौन, हमीरपुर, झांसी तथा ललितपुर में बिजली घरों तथा सब स्टेशन का निर्माण कराकर गहरी समस्याओं को दूर करने के लिए काम किया था । बुन्देलखण्डवासियों को बिजली, पानी भरपूर मात्रा में उपलब्ध कराने के काम पर विस्तृत योजना पर काम करने का प्रयास किया गया था। कालपी में निर्मित 50 मेगावाट क्षमता का सोलर पावर प्लाण्ट भी शामिल है ।
हमीरपुर-कालपी 4-लेन राजमार्ग से 4 से 5 घण्टे का सफर घटकर एक घण्टे और धन तथा समय दोनों की बचत होने लगी । समाजवादी सरकार ने सत्ता में आते ही जिला मुख्यालयों को फोरलेन से जोड़ने का दूरगामी निर्णय लिया था । इसी के तहत जालौन में यह मार्ग 4-लेन किया गया था । भारी वाहनों के चलने से डामर से बनी सड़कें जल्दी क्षतिग्रस्त हो जाती हैं । इसको ध्यान में रखते हुए समाजवादी सरकार ने इस सड़क के एक किनारे को आरसीसी से बनवाया गया था । आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे मार्ग का लाभ बुन्देलखण्ड को भी मिला । जालौन का उत्पाद तेजी से बड़े शहरों को पहुँचाने में यह मार्ग काफी मददगार हो रहा है ।
बुन्देलखण्ड में बड़े पैमाने पर पशुपालन होता है । पशु पालकों की सुविधा के लिए भोगनीपुर में अमूल का सबसे बड़ा डेयरी प्लाण्ट लगाने का काम किया गया था । समाजवादी सरकार ने इस क्षेत्र में बुनियादी शिक्षा पर बल देने का काम कराया गया था । एमडीएम में बच्चों को सप्ताह में एक बार दूध और फल देने का काम किया गया था । समाजवादी सरकार ने बजट का ज्यादा हिस्सा ग्रामीण विकास पर खर्चने का काम किया था । साथ ही, शहरी जीवन को भी बेहतर बनाने के लिए बुनियादी सुविधाओं को जरूरत के मुताबिक सुधारने का काम किया गया था । 18 लख निःशुल्क लैपटॉप वितरण, 98 लाख लड़कियों को कन्या विद्याधन योजना, एम्बुलेंस सेवा 102-108 जैसी सुविधाएँ उपलब्ध कराने का काम किया गया था ।