समाजवादी सुप्रीमो श्री अखिलेश यादव का आगरा को एक आदर्श अन्तर्राष्ट्रीय शहर बनाने का सपना रहा है । इसी क्रम में उन्होंने समाजवादी सरकार के समय लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे, जनपद आगरा से इटावा लायन सफारी तक निर्मित 207 किमी लम्बे देश एवं एशिया के पहले साइकिल हाईवे का निर्माण कराया था । तत्कालीन विजनरी मुख्यमंत्री ने आगरा इनर रिंग रोड के प्रथम चरण, ताजगंज सौन्दर्यीकरण परियोजना, ललितपुर-आगरा पारेषण परियोजना के प्रथम चरण तथा आगरा जनपद के चहुमंखी विकास हेतु 1679 करोड़ रुपए लागत की 30 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया था ।
समाजवादी सरकार द्वारा
किए गए विकास के विशिष्ट मानक आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से पूरा प्रदेश लाभान्वित हो
रहा है । इस एक्सप्रेस-वे के रिकॉर्ड तोड़ समय में निर्माण कार्य से पूरे प्रदेश के
विकास को एक शानदार रफ्तार मिल रही है तथा विभिन्न क्षेत्रों में होने वाले संतुलित
विकास सुनिश्चित किया जा रहा है । इस एक्सप्रेस-वे के माध्यम से उत्तर प्रदेश की
राजधानी लखनऊ और विश्वविख्यात पर्यटन केन्द्र आगरा तथा भारत की राजधानी दिल्ली से
सीधे जुड गयी है, और यात्रा में लगने वाले समय में काफी बचत
हो रही है, वहीं एक्सप्रेस-वे से जुडे़ शहरों और गांवों की
दूरियां भी कम होने के कारण यातायात के साधनों का इस्तेमाल आम आदमी कर रहे हैं । देश
के दुसरे हिस्से से भी लोग लखनऊ जाने को बहुत सहज मानते हैं. भविष्य में समाजवादी
पार्टी की अति महत्वकांक्षी परियोजना किसानों के लिए मंडी और फ़ूड प्रोसेसिंग
इंडस्ट्री के निर्माण से किसानों की आय में वृद्धि करने की थी और सुगम यातायात से
किसानों को लाभान्वित करना रहा है ।
आगरा में लोकार्पित 207
किमी लम्बा, देश एवं एशिया का पहले साइकिल
हाइवे पर आयोजित साइकिल रैली में स्वीडन, अमेरिका, जर्मनी, बांग्लादेश तथा देश के 12 राज्यों के साइकिलिस्टों ने भाग लिया था । प्रगतिशील सोच के स्वामी विजनरी
मुख्यमंत्री ने साइकिल रैली के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए थे ।
‘समाजवादी साइकिल
हाईवे’ 92 गांवों को जोड़ता है । इसका निर्माण लगभग 133
करोड़ 78 लाख रुपए की लागत से किया गया था ।
ताजमहल के पूर्वी गेट से प्रारम्भ होकर विभिन्न ऐतिहासिक स्मारकों एवं ग्रामीण
अंचलों से होकर जनपद इटावा में स्थित लायन सफारी तक जाता है । इसके निर्माण से
जहां देश-विदेश के पर्यटकों को साइकिल यात्रा के साथ-साथ प्रसिद्ध स्थलों के दर्शन
होते हैं, वहीं राज्य में पर्यटन को भी बढ़ावा मिल रहा है ।
साइकिल हाईवे से देश-विदेश के पर्यटक साइकिलिंग के माध्यम से विश्व प्रसिद्ध
ताजमहल के दीदार करने के साथ-साथ भारतीय ग्रामीण सभ्यता, जलवायु,
हरियाली तथा बर्ड वाचिंग का भी आनन्द प्राकृतिक वातावरण में उठा
सकेंगे।
विजनरी मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव द्वारा आगरा इनर रिंग रोड से
ताजमहल जाने वाले पर्यटकों को सीधे पहुंचने का सुगम मार्ग निर्माण कार्य कराया था ।
यह मार्ग यमुना एक्सप्रेस-वे को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से जोड़ता है । इसके
निर्माण से आगरा शहर में बढ़ रहे प्रदूषण में कमी आई और यातायात अवरोध से मुक्ति मिली
। इसके तहत 100 मीटर चैड़ी 6-लेन सड़क का
निर्माण किया गया था, जिसे भविष्य में 8-लेन चैड़ाई में परिवर्तित करने की क्षमता है । इस मार्ग के साथ लगी 1000 एकड़ भूमि में थीम पार्क परियोजना का निर्माण कराया गया था ।
ताजगंज परियोजना वर्ष 2014
से प्रारम्भ की गई थी । इस
पर 197.27 करोड़ रुपए की लागत आई थी । इस परियोजना के तहत
ताजमहल के तीनों प्रवेश मार्गों एवं उसके आस-पास के क्षेत्र में अन्तर्राष्ट्रीय
स्तर की अवस्थापना सुविधाओं के विकास के साथ ही उनका सौन्दर्यीकरण किया गया।
परियोजना के तहत समस्त विद्युत लाइनों को अण्डरग्राउण्ड किए जाने के साथ-साथ
आधुनिक कैनोपी एवं ट्रांसफार्मर्स की व्यवस्था की गई थी । साथ ही, क्षेत्र की चिन्ह्ति मलिन बस्तियों का सुधार एवं सौन्दर्यीकरण भी किया गया
तथा ग्रीन एरिया विकसित करने के साथ-साथ स्ट्रीट लाइट और लैम्प पोस्ट लगाए गए एवं
जन-सुविधाओं का निर्माण किया गया, जिससे भारतीय एवं विदेशी
पर्यटक आकर्षित हुए ।
आगरा में
मुगल म्यूजियम, ताज आरियेन्टेशन सेन्टर, आगरा कैफे
स्ट्रीट तथा आगरा हेरिटेज सेन्टर
विश्व प्रसिद्ध स्मारक ताजमहल के आस-पास अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन स्तर सुविधाओं के सृजन हेतु 438 करोड़ रुपए लागत की चार परियोजनाओं में-
v मुगल म्यूजियम परियोजना, (लागत 141.89 करोड़ रुपए)
v ताज ओरियन्टेशन सेंटर, (लागत 231.85 करोड़ रुपए)
v आगरा कैफे स्ट्रीट (लागत 35 करोड़ रुपए)
v आगरा हेरिटेज सेण्टर (लागत 30 करोड़ रुपए)
परियोजनाएं शामिल थी ।
समाजवादी सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देकर बड़े पैमाने पर शिक्षित बेरोजगार नौजवानों को रोजगार उपलब्ध कराए जाने हेतु निरंतर प्रयत्नशील रही ।
भारत को विश्व में ताजमहल के देश के रूप में जाना जाता है तथा ये विश्वदाय स्मारक उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में स्थित एक विश्व धरोहर और मुगलकालीन स्थापत्य कला का एक नायाब नमूना है । आगरा में ऐसी ही कई मुगलकालीन स्मारक हैं, जो अपने एतिहासिक महत्व और सुन्दर वास्तुकला के कारण पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं ।
विश्व के लगभग सभी महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों पर म्यूजियम एवं संग्रहालय तथा इन्टरप्रटेशन सेंटर की उपलब्धता रहती है तथा इसी कमी को दूर करने के लिए समाजवादी सुप्रीमो श्री अखिलेश यादव ने मुगल संग्रहालय, ताज ओरियेटेशन सेंटर, शिल्पग्राम, आगरा कैफे स्ट्रीट एवं आगरा हेरिटेज सेण्टर परियोजनाओं को पूर्ण कराया था । राज्य सरकार ने पर्यटन प्रोत्साहन हेतु आगरा-लखनऊ-वाराणसी हेरिटेज आर्क की स्थापना की, ताकि पर्यटकों को इस क्षेत्र के सभी पर्यटक स्थलों पर पहुँचने में आसानी हो ।
आगरा में आयोजित प्रथम उत्तर प्रदेश प्रवासी दिवस अत्यन्त उत्साह से मनाया गया था, उसमे बड़ी संख्या में प्रवासियों का इसमें भाग लेना उत्तर प्रदेश के प्रति उनके प्रेम एवं अपने वतन से जुड़कर उसके विकास में भागीदार बनने की चाह दर्शाता है ।
आगरा के विकास के लिए कई योजनाएं समाजवादी सरकार ने चलाई थी, जिनमें इनर रिंग रोड एवं आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे शामिल हैं तथा अवस्थापना सुविधाओं को विश्व मानकों के अनुरूप सुदृढ़ किया गया, ताकि अधिकाधिक अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित कर आगरा का चहुंमुखी विकास किया जा सके ।
समाजवादी सरकार शहरों एवं गांवों का संतुलित विकास करने हेतु दृढ़ संकल्प रही है तथा अवस्थापना सुविधाओं के संतुलित विकास एवं सुदृढ़ीकरण पर तेजी से कार्य किया गया, ताकि अनावश्यक शहरीकरण की प्रभावी रोकथाम कर गांवों में ही आवश्यक अवस्थापना सुविधाएं सृजित कर गांवों से शहरों की ओर पलायन को रोका जा सके ।