उत्तर प्रदेश के
विकास पुरुष श्री अखिलेश यादव ने इलाहाबाद जनपद में 122 करोड़ 47 लाख 82 हजार रुपए की
लागत की 65 योजनाओं का लोकार्पण किया था । उत्तर प्रदेश की
अर्थव्यवस्था को समाजवादी सरकार ने सीमित संसाधनों में प्रदेश के विकास के रास्ते
में आने वाली चुनौतियों का सामना करते हुए प्रदेश की तस्वीर बदली थी । मुख्यमंत्री
इलाहाबाद में हाईटेक सिटी, सिविल लाइन्स सौन्दर्यीकरण,
राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना, चन्द्रशेखर
आजाद उद्यान के सौन्दर्यीकरण कार्यों को कराया था, साथ ही चन्द्रशेखर आजाद पार्क
में प्रवेश के लिए कोई भी शुल्क नहीं नहीं लेने की घोषणा भी की गई थी ।
इलाहाबाद जिले
के यमुनापार की चारों तहसील में अवर्षण से उत्पन्न सूखा राहत प्रदान की गयी थी, क्योंकि
यमुनापार की स्थिति कमोबेश बुन्देलखण्ड जैसी थी, इसलिए अवर्षण और
ओलावृष्टि से किसानों को जो नुकसान पहुंचा था, उसके लिये
सूखा राहत पैकेज उसी प्रकार उपलब्ध कराया गया था, जैसा कि
बुन्देलखण्ड में समाजवादी सरकार उपलब्ध करा रही थी । यमुनापार के क्षेत्र में
बिजली की उपलब्धता के लिए बारा, करछना तथा मेजा पावर प्लाण्ट
को आरम्भ कराने का काम समाजवादी सरकार ने कराया था, साथ ही गंगापार में विकास की
योजनाओं का खाका तैयार करने का काम किया गया था ।
समाजवादी सरकार
ने गांव, गरीब, किसान के लिए मुफ्त सिंचाई,
दवाई व पढ़ाई की व्यवस्था की जा रही थी । डॉ. राम मनोहर लोहिया
समग्र ग्राम विकास योजना, लोहिया ग्रामीण आवास योजना,
कामधेनु डेरी परियोजना के माध्यम से आम आदमी के लिए बेहतर विकास के
कार्य किए गए थे । समाजवादी सरकार ने स्वास्थ्य, शिक्षा,
सड़क, सिंचाई, विद्युत
उत्पादन से लेकर ट्रान्समिशन लाइनों को बढ़ाने का काम किया था । गरीब किसानों का
कर्जा माफ किया गया था । नौजवानों को बड़े पैमाने पर सरकारी नौकरी देने के साथ ही,
अन्य रोजगार अवसरों की व्यवस्था करने का कम किये गए थे ।
लोकार्पित समाजवादी परियोजनाएँ अग्रलिखित हैं-
v सामुदायिक
स्वास्थ्य केन्द्र फूलपुर में 30 शैय्या वाला मैटरनिटी विंग,
v लाक्षागृह, सोरों, अरैल, मुकुन्दपुर,
शुकुलपुर तथा घूरपर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र,
v बेली
चिकित्सालय के इमरजेन्सी वार्ड का विस्तार कार्य,
v स्वरूप
रानी चिकित्सालय में आधुनिक चीर घर,
v सामुदायिक
स्वास्थ्य केन्द्र होलागढ़,
v बक्शी
बांध पर एस.टी.पी. रिंग बांध पर सुरक्षात्मक एवं पुनस्र्थापना के कार्य,
v ऑब्जरवेश
होम एवं राजकीय बाल सुधार गृह खुल्दाबाद का निर्माण कार्य,
v मॉडल स्कूल
कमला नगर, विकास खण्ड बहरिया के भवन का निर्माण कार्य
v मॉडल स्कूल
समहन विकास खण्ड ऊरुवा के भवन का निर्माण कार्य,
v जनेश्वर
मिश्र योजना के अन्तर्गत 20 ग्रामों में कराए गए कार्यों
v इलाहाबाद
जिले की 28 सड़कों के कार्य
v तेज
बहादुर सप्रू चिकित्सालय में ट्रॉमा सेण्टर का निर्माण कार्य
v उपनिबन्धक
कार्यालय हडि़या का निर्माण कार्य,
v नव
स्थापित जिला करागार नैनी का निर्माण कार्य
v नव
स्थापित विधि विज्ञान प्रयोगशाला शान्तिपुरम फाफामऊ के निर्माण कार्य संगम
क्षेत्र में इलाहाबाद के संगम क्षेत्र में 1252.58 करोड़
रुपए की लागत से कुम्भ, अर्द्धकुम्भ एवं माघ मेला के
अवसर पर वृद्ध अशक्तजन एवं दिव्यांग तीर्थयात्रियों हेतु संगम तट पर सुरक्षित एवं
सुगम 4-लेन सेतु एवं पहुंच मार्ग का लोकार्पण किया गया। मेले
में आने वाले तीर्थयात्रियों को समय के साथ बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने की दृष्टि
से समाजवादी सरकार ने इस योजना की शुरुआत की थी । यह परियोजना विश्व में अपने ढंग
की अद्वितीय परियोजना थी ।
v परियोजनाओं
में 1.28 करोड़ रुपए की लागत से बसवार सॉलिड वेस्ट प्लाण्ट की आर.सी.सी. (750 मी0) में बाउण्ड्री वाल,
v 50 लाख रुपए की लागत से यमुना बैंक रोड पर बोट क्लब के निकट स्कल्पचर पार्क,
v 73.74 करोड़ रुपए की लागत से इलाहाबाद में स्व. जनेश्वर मिश्र आधुनिकतम राजकीय
पुस्तकालय,
v 6.28 करोड़ रुपए की लागत से इलाहाबाद में राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान
कोरांव,
v 352 करोड़ रुपए की लागत से समाजवादी योजना के तहत यमुना विहार, नैनी आवास योजना में 1200 अल्प/मध्यम उच्च आय वर्ग
के फ्लैट,
v 2.37 करोड़ रुपए की लागत समाज के दुर्बल/अल्प आय वर्ग हेतु नैनी में आजाद आवासीय
योजना के तहत फ्लैट, 3.38 करोड़ रुपए की लागत से नैनी में
जान्ह्वी विहार के तहत फ्लैट,
v 4 करोड़ रुपए की लागत से महात्मा गांधी मार्ग में पत्थर गिरिजा घर से तुलसी
चैराहे तक डिवाइडर व सड़क सुदृढ़ीकरण,
v 7.59 करोड़ रुपए की लागत से जनपद इलाहाबाद की 5 सड़क,
v लगभग 3 करोड़ रुपए की लागत से जनपद इलाहाबाद के विकासखण्ड की गोईसरा पेयजल योजना,
v 1.23 करोड़ रुपए की लागत से विकासखण्ड कोरांव के कोसभरा खुर्द पेयजल योजना
v 1 करोड़ 17 लाख रुपए की लागत से विकासखण्ड करछना के
घटवा पेयजल योजना के निर्माण कार्य
v 19.45 करोड़ रुपए की लागत से डफरिन हॉस्पिटल इलाहाबाद में 100 शैय्यायुक्त एम.सी.एच. विंग,
v 4.67 करोड़ रुपए की लागत से तहसील मेजा के अनावासीय भवन,
v 3.87 करोड़ रुपए की लागत से तहसील करछना के आवासीय भवन,
v 3.28 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित अग्निशमन केन्द्र बारा के आवासीय/ अनावासीय
भवन,
v 1.09 करोड़ रुपए की लागत से पुलिस लाइन परिसर इलाहाबाद में क्राइम ब्रान्च
कार्यालय भवन,
v 23.66 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित सिविल लाइन्स इलाहाबाद में मल्टीलेवर कार
पार्किंग,
v 17 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित महर्षि दयानन्द मार्ग पर हरित पट्टी व एल.ई.डी. प्रकाश व्यवस्था के साथ
साइकिल ट्रैक
v 22.18 करोड़ रुपए की लागत से अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद पार्क का आधुनिकीकरण,
सुदृढ़ीकरण व सौन्दर्यीकरण,
v 5 करोड़ रुपए की लागत से सुमित्रा नन्दन पंत पार्क (बाल उद्यान) का
आधुनिकीकरण, सौन्दर्यीकरण व औद्यानिक,
v 20.05 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित डिवाइन अपार्टमेण्ट, त्रिवेणीपुरम,
झूंसी में मध्यम/उच्च आय वर्ग के 70 फ्लैट,
v 30.94 करोड़ रुपए की लागत से महात्मा गांधी मार्ग सिविल लाइन्स में पत्थर गिरजाघर
से तुलसी चैराहे तक मार्ग का सुदृढ़ीकरण, सौन्दर्यीकरण व
आधुनिकीकरण,
v 2.72 करोड़ रुपए की लागत से ग्राम बांसी, विकासखण्ड शंकरगढ़
में क्लस्टर के रूप में निर्मित 72 लोहिया आवास व अवस्थापना
कार्य
v 15 करोड़ रुपए की लागत से जनपद इलाहाबाद की 11 सड़कों का
निर्माण कार्य
जनपद इलाहाबाद में
विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं यथा लोहिया आवास योजना के लाभार्थी, समाजवादी पेंशन योजना के लाभार्थी, साइकिल सहायता
योजना के लाभार्थी, बीएसयूपी के अन्तर्गत आवास आवंटन के
लाभार्थी, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अन्तर्गत
न्यूनतम दरों पर खाद्य आवंटन, कन्या विद्या धन के लाभार्थी,
मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण योजना के लाभार्थी तथा ट्राई साईकिल/बैसाखी
वितरण के लाभार्थियों को सहायता पहुंचाई गयी थी ।
इलाहाबाद में सरस्वती हाई-टेक सिटी औद्योगिक टाउनशिप परियोजना-
उत्तर प्रदेश के दूरदर्शी और विजनरी मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने नैनी, इलाहाबाद में 1115 एकड़ में स्थापित की जाने वाली सरस्वती हाई-टेक सिटी औद्योगिक टाउनशिप परियोजना के भूमि पूजन करके श्रीगणेश किया था । प्रगतिशील समाजवादी सरकार इलाहाबाद को स्मार्ट सिटी बनाने का काम कर रही थी और इलाहाबाद शहर के लिए मेट्रो रेल चलाने की घोषणा की गयी थी और इसकी सर्वे कराने की जिम्मेदारी मण्डलायुक्त श्री राजन शुक्ला को इलाहबाद में मेट्रो के लिए सौंपी । गंगा के किनारे 110 एकड़ क्षेत्रफल में ग्रीन पार्क विकसित करने को योजना के अंतर्गत रखा गया था । समाजवादी नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने इलाहाबाद के ऐतिहासिक एवं धार्मिक महत्व को देखते हुए विभिन्न विकास परियोजनाओं का खाका तैयार किया था ।
विजनरी मुख्यमंत्री ने कहा था कि स्मार्ट सिटी के विकास के साथ-साथ सरस्वती हाईटेक सिटी से इलाहाबाद के व्यावसायिक एवं संस्थागत क्षेत्रों का तेजी से विकास होगा । इसके साथ ही, इस क्षेत्र में प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर सृजित होंगे । इलाहाबाद धार्मिक दृष्टि से पवित्र नगरी है, जिसका अपना महत्व है । पूर्व में नेताजी (श्री मुलायम सिंह यादव) ने यहां भव्यता के साथ कुम्भ मेले का आयोजन कराया था । उन्होंने कहा कि सौभाग्य से उन्हें भी महाकुम्भ आयोजित कराने का अवसर प्राप्त हुआ । औद्योगिक परिक्षेत्र का विकास पर्यावरण की शुद्धता को ध्यान में रखकर किया जा रहा है । इस हाईटेक सिटी की स्थापना से गंगा और जमुना में कोई प्रदूषण नहीं होगा । एकीकृत औद्योगिक नगरी को एक महत्वाकांक्षी तथा बहुउद्देशीय परियोजना विकास के तहत इलाहाबाद जनपद के विकास के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री ने कहा था कि इस जनपद के गंगापार-यमुनापार दोनों क्षेत्रों का समान रूप से विकास किया जायेगा । राज्य सरकार डॉ. राम मनोहर लोहिया, जनेश्वर मिश्र व नेताजी द्वारा दिखाए गए समाजवादी रास्ते पर चलकर प्रदेश की तरक्की, खुशहाली व चतुर्दिक विकास का प्रयास कर रही है, जो निरन्तर जारी रहेगा ।