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अखिलेश यादव के कराये मेरठ में समाजवादी विकास कार्य! Akhilesh Yadav got the samajwadi development work done in Meerut!

Akhilesh Yadav got the samajwadi development work done in Meerut!


         उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज ग्राम लालपुर, मेरठ में लगभग 107 करोड़ रुपये की 60 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया था । इनमें लगभग 37 करोड़ रुपए की 33 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा लगभग 70 करोड़ रुपए की 27 परियोजनाओं का शिलान्यास शामिल था । इन परियोजनाओं से मेरठ सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश का विकास संभव हुआ । मुलायम सिंह यादव मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल स्थापित करने का काम किया गया था ।        समाजवादी सरकार ने चीनी के दाम 38 रुपए प्रति किलोग्राम होते हुए भी गन्ना मूल्य में 40 रुपए की बड़ी वृद्धि की थी । समाजवादी सरकार ने उससे पहले साल भी गन्ना किसानों को 280 रुपए प्रति कुन्तल की दर से किसानों को भाव दिया तथा मिलों से उनका भुगतान भी सुनिश्चित कराने का काम कराया था । इस वर्ष चीनी के दामों में गिरावट होने के बाद भी गन्ना किसानों को 280 रुपए कुन्तल के हिसाब से गन्ना मूल्य का भुगतान कराया गया था । किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान हो सके, इसके लिए उन्होंने बजट में उन्होंने 2 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया था ।

       समाजवादी सरकार ने पुरे जिले में सड़कें बनाने का काम भी तेजी से किया गया था, मेरठ-करनाल मार्ग को राज्य सरकार के संसाधनों से 4-लेन बनाया गया था । समाजवादी सरकार ने मेरठ से हवाई उड़ान के लिए एयरपोर्ट हेतु जमीन की भी उपलब्धता सुनिश्चित की थी । उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश की समृद्धि और विकास के प्रति समाजवादी सरकार की प्रतिबद्धता दर्शाते हुए मेरठ में 59634.872 लाख रुपए की 95 परियोजनाओं का लोकार्पण किया था । इन विकास योजनाओं से मेरठ जनपद सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास करने का काम किया था ।

        समाजवादी सरकार ने लैपटॉप बांटकर ग्रामों की युवा पीढ़ी को नई तकनीकी से जोड़ने काम किया गया था । उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार ने हमेशा किसानों के हित मे कार्य किए हैं। वह सोचती है कि किसानों को और अधिक सुविधा मिलें, जिससे हमारे किसान और अधिक खुशहाल बन सके । वर्षा और ओलावृष्टि से प्रदेश में किसानों को हुए नुकसान की भरपाई करने के लिये प्रदेश सरकार द्वारा सार्थक प्रयास किये जा रहे थे । सरकार ने किसानों के लिए 200 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गयी थी । गन्ना किसानों का गन्ना मूल्य का भुगतान हो, चीनी मिलें चलें और चीनी के दाम भी न । गत वर्ष भी उन्होंने बजट में 700 करोड़ रुपए की व्यवस्था कर गन्ना किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान किया था और इस वर्ष भी बजट में गन्ने मूल्य के भुगतान की व्यवस्था की गयी थी ।

       तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा था कि आने वाला समय चुनौतीपूर्ण है । ऐसे में युवा व किसान को कैसे खुशहाल बनाया जाए, ये सबसे बड़ी चुनौती होगी । हम लगातार किसानों के हक में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने नीतियां बनाकर प्रदेश में विद्युत का उत्पादन बढ़ाने के लिये प्लाण्ट लगाने का कार्य प्रारम्भ कर दिया है तथा वर्ष 2016 में ग्रामों में 16 घण्टे व शहरों में 22 से 24 घण्टे की विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कर रहे हैं और इसके लिये हम सब स्टेशन बनाने के कार्य में जुटे हुए है। श्री यादव ने कहा कि उनकी सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं पर भी काफी कार्य किया है और इससे जनता को काफी लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि समाजवादी एम्बुलेंस सेवा की तर्ज पर ही पुलिस भी सूचना मिलने पर 15 मिनट के अन्दर घटनास्थल पर पहुंचे, ऐसी व्यवस्था की जा रही है। इसके लिये वह पुलिस को संसाधन युक्त बनाया जा रहा है, जिसमें उनके लिये मोटर साइकिल व आधुनिक गाडि़यों को क्रय किया जा रहा है।

        समाजवादी सरकार गरीबों के लिये भी हर सम्भव कार्य कर रही थी । उत्तर प्रदेश के 55 लाख गरीब परिवारों को 500 रुपए प्रतिमाह की दर से समाजवादी पेंशन प्रदान करन का कार्य किया गया था, जिससे जहां गरीब परिवारों को आर्थिक सहयोग मिला । समाजवादी सरकार उत्तर प्रदेश के बुनकरों के लिये भी तेजी से कार्य कर रही थी । बुनकरों के लिये प्रदेश के तीन बड़े शहरों लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद में 600 करोड़ रुपए की लागत से बुनकर बाजार बनाए जाने की महत्वाकांक्षी परियोजना पर काम किया जा रहा था, जिससे बुनकरों को मुफ्त में स्थान उपलब्ध कराया जाना था । ताकि उनको बाजार की एक अच्छी सुविधा प्राप्त हो सके । समाजवादी सरकार दूध का उत्पादन बढ़ाने की दिशा में भी कार्य कर रही थी । इस दिशा में अमूल द्वारा भी उत्तर प्रदेश में तीन दुग्ध प्लाण्ट लगाये जाने की योजना पर काम चल रहा था । श्री अखिलेश यादव की समाजवादी सरकार द्वारा समाजवादी कामधेनु व मिनी कामधेनु योजना के तहत प्रदेश के लोगों को ब्याज रहित ऋण प्रदान करके दुग्ध उत्पादन की दिशा में एक शानदार काम किया गया था ।  हस्तिनापुर में नैनसिंह व हातमसिंह के नाम से शीघ्र ही पार्क व स्मारक स्थापित करने की योजना को भी कराये जाने का वादा किया गया था ।

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